है नहीं…

मैं ठीक हु… हालात नहीं

दम है… ताकत नहीं

अपने है…  पास नहीं

सपने है… आस नहीं

सुनते हैं..  समझते नहीं

साथ रुकते है… चलते नहीं

भरोसा हैं… ज़्यादा नहीं

बोझ है… कम नहीं

खुशी है… ससती नहीं

हँसी है… सच्ची नहीं

दुःखो दर्द है… दवा नहीं

जालीम है… शर्माता नहीं

अधूरा था…. पूरा नहीं

प्यार था…  अब है नहीं

कुछ नहीं… ना सहीं

मैं ठीक हु… हालात नहीं

-आकाश प्रजापति